मुंबई। आरटीआई ऐक्टिविस्ट यशवंत शिंदे की डीसीपी अभिनाश कुमार के केबिन में कथित पिटाई के मामले ने नया तूल पकड़ लिया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पुलिस आयुक्त संजय बर्वे को एक पत्र लिखा गया है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने पत्र में मांग की है कि डीसीपी के केबिन का घटना वाले दिन का सीसीटीवी सार्वजनिक किया जाना चाहिए। शिंदे का आरोप है कि पिछले सप्ताह आरटीआई के तहत मांगी गई एक सचना के संबंध में डीसीपी के केबिन में उनको बुरी तरह पीटा गया। हालांकि डीसीपी ने मीडिया से बातचीत में आरोपों का खंडन किया है।
गलगली का कहना है कि अब सच्चा कौन है और झूठा कौन, इसका तो एक ही तरीके से पता चल सकता है। वह यह कि पुलिस उपायुक्त की केबिन के सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक किया जाना चाहिए । यशवंत शिंदे ने सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत जानकारी न देने पर प्रथम अपील दायर की थी। अपील की सनवाई में, यशवंत शिंदे ने आरोप लगाया कि प्रथम अपीलीय अधिकारी और डीसीपी अविनाश कमार द्वारा उन्हें पीटा गया था। गलगली ने मांग की कि यशवंत शिंदे द्वारा आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी को भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए।